बटुक भैरव स्तोत्र | Batuk Bhairav Stotra
बटुक भैरव स्तोत्र | Batuk Bhairav Stotra बटुक भैरव स्तोत्र | Batuk Bhairav Stotra भैरव ध्यान: वन्दे बालं स्फटिक-सदृशम्, कुन्तलोल्लासि-वक्त्रम्। दिव्याकल्पैर्नव-मणि-मयैः, किंकिणी-नूपुराढ्यैः॥ दीप्ताकारं विशद-वदनं, सुप्रसन्नं त्रि-नेत्रम्। हस्ताब्जाभ्यां बटुकमनिशं, शूल-दण्डौ दधानम्॥ मानसिक पूजन करे: ॐ लं पृथ्वी-तत्त्वात्मकं गन्धं श्रीमद् आपदुद्धारण-बटुक-भेरव-प्रीतये समर्पयामि…